ग्रामीण एवं शहरी विद्यालयों में शिक्षण उपागमों का प्रभाव: माध्यमिक विद्यार्थियों के समग्र विकास की एक तुलनात्मक समीक्षा
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Abstract
यह शोध "ग्रामीण एवं शहरी विद्यालयों में शिक्षण उपागमों का प्रभाव: माध्यमिक विद्यार्थियों के समग्र विकास की एक तुलनात्मक समीक्षा" विषय पर केन्द्रित है, जिसका उद्देश्य विभिन्न भौगोलिक पृष्ठभूमियों वाले विद्यालयों में अपनाई जा रही शिक्षण विधियों के प्रभाव की तुलना करना है। अध्ययन में 100 विद्यार्थियों (50 ग्रामीण, 50 शहरी) को शामिल किया गया, जिनके शैक्षिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास को मापने हेतु मानकीकृत प्रश्नावली का प्रयोग किया गया। प्राप्त परिणामों से यह स्पष्ट हुआ कि शहरी विद्यालयों में प्रयोग हो रही नवीन शिक्षण विधियाँ जैसे स्मार्ट क्लास, समूह परियोजनाएँ और डिजिटल अधिगम उपकरण विद्यार्थियों के समग्र विकास में पारंपरिक विधियों की तुलना में अधिक प्रभावशाली हैं। विशेष रूप से मानसिक एवं सामाजिक विकास के संदर्भ में शहरी विद्यार्थी अधिक आत्मविश्वासी, संवादशील और सहयोगी पाए गए। सांख्यिकीय विश्लेषण से यह भी प्रमाणित हुआ कि शिक्षण उपागम और विद्यालय का क्षेत्र विद्यार्थियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अतः इस शोध से यह निष्कर्ष निकलता है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु ग्रामीण विद्यालयों में भी नवीन एवं सहभागी शिक्षण विधियों को अपनाया जाना अत्यंत आवश्यक है।
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