सूक्ष्म उद्यमों में रोजगार सृजन की भूमिका: इंदौर जिले के विशेष संदर्भ में अध्ययन
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Abstract
इंदौर जिले में सूक्ष्म उद्यमों की भूमिका रोजगार सृजन और क्षेत्रीय आर्थिक विकास में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। सूक्ष्म उद्यम सीमित संसाधनों के साथ संचालित होते हुए भी रोजगार के प्रमुख स्रोत हैं और समाज के कमजोर वर्गों, विशेष रूप से महिलाओं, युवाओं और अल्प शिक्षित व्यक्तियों, को आजीविका के अवसर प्रदान करते हैं। यह अध्ययन सूक्ष्म उद्यमों द्वारा रोजगार सृजन के स्वरूप और गुणवत्ता का विश्लेषण करता है, जिसमें आयु, लिंग, शैक्षणिक योग्यता, और कौशल जैसे कारकों का प्रभाव शामिल है। शोध में यह पाया गया कि सूक्ष्म उद्यम न केवल स्वरोजगार को बढ़ावा देते हैं, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता में भी योगदान करते हैं। महिला उद्यमियों और श्रमिकों की भागीदारी ने सामाजिक संतुलन और समानता को बढ़ावा दिया। इसके साथ ही, युवाओं को उनके कौशल के आधार पर रोजगार के अवसर प्रदान किए गए, जिससे उनकी उत्पादकता और जीवन स्तर में सुधार हुआ। शोध ने यह भी उजागर किया कि सूक्ष्म उद्यमों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकारी नीतियों, वित्तीय सहायता, और तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता है। यह निष्कर्ष निकला कि सूक्ष्म उद्यमों के माध्यम से रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देकर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विकास को नई दिशा दी जा सकती है। यह अध्ययन सूक्ष्म उद्यमों की क्षमता और उनकी चुनौतियों को समझने के लिए एक प्रभावी आधार प्रदान करता है
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